दरअसल, शुक्रवार को संयुक्त किसान मोर्चा के दिल्ली कूच के ऐलान के बाद भारी संख्या में पुलिस बल तैनात की गई। चप्पे चप्पे पर पुलिस तैनात रही जिससे किसानों को धरना स्थल तक नहीं पहुंचने दिया गया। शुक्रवार को भी सैकड़ो किसानों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
वहीं भारतीय किसान परिषद के सदस्य राजेंद्र यादव ने बताया कि शुक्रवार को संयुक्त किसान मौर्चा के नेतृत्व में किसान नेता रूपेश वर्मा व विकास प्रधान सहित सैकड़ो किसानों ने धरने के तीसरे दिन परी चौक से गिरफ्तारी दी हैं। यह गिरफ्तारियां ऐसे ही यथावत तब तक चलती रहेगी जब तक की किसानों को जेल से रिहानी किया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि किसानों को धरने पर बैठने नहीं दिया जा रहा है और उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा जिसके चलते किसान गिरफ्तारियां दे रहे हैं।
वही एडिशनल पुलिस आयुक्त शिवहरि मीणा ने बताया कि किसानों के आंदोलन को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है। शुक्रवार को 12 कंपनी पीएसी, पैरामिलिट्री फोर्स व सीआरपीएफ की महिला बटालियन लगाई गई है। इसके साथ ही करीब 5000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। वही आम नागरिकों की यातायात व्यवस्था को सुचारु करने के लिए 500 से अधिक ट्रैफिक कर्मियों को भी लगाया गया है। इसके साथ ही अन्य पुलिस को भी तैनात किया गया है। अगर कहीं पर भी कोई है सामाजिक तत्व / अराजक तत्व कानून व्यवस्था को प्रभावित करने का प्रयास करेगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।